छत्तीसगढ़ में नहीं बदलेंगे स्वामी आत्मानंद स्कूलों के नाम : सांसद विजय बघेल


भिलाई। छत्तीसगढ़ में इन दिनों स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के नाम को लेकर राजनीतिक बहसबाजी चरम पर है। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सरकार इन स्कूलों में अहम बदलाव कर रही है और जिसके तहत स्वामी आत्मानंद के नाम के आगे पीएम श्री जोड़ा जाएगा। सरकार का दावा है कि इससे केन्द्र से स्कूलों के डेवलप को लेकर एक्सट्रा बजट मिलेगा और शिक्षा का स्तर और भी सुधरेगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान ने इसे मंजूरी दे दी है। इधर इसे लेकर कांग्रेस नेता लगातार भाजपा सरकार पर हमलावर है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज सहित अन्य नेता इस पर आपत्ति जता रहे हैं। इस बीच दुर्ग के सांसद विजय बघेल ने प्रेसवार्ता लेकर स्पष्ट किया है कि स्वामी आत्मानंद स्कूलों का नाम नहीं बदला जाएगा केवल उसके आगे पीएम श्री जोड़ा जाएगा। यानी आगे चलकर इन स्कूलों को पीएम श्री स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के नाम से जानेंगे।

भाजपा सांसद विजय बघेल पे प्रेसवार्ता के माध्यम से कहा है कि पीएमश्री योजना के तहत चयनित किसी भी शाला का नाम नहीं बदला जायेगा। कहीं से भी नाम विलोपित नहीं होगा। सांसद ने कहा कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल की ओर से ये आरोप लगाया जा रहा है जो सरासर गलत और झूठ है। इन स्कूलों के नाम में सिर्फ पीएम श्री अतिरिक्त जोड़ा जा रहा है। कही भी साधु-संतों का अपमान नहीं किया जा रहा है जबकि कांग्रेस साधु-संतों का अपमान कर रही है। सांसद बघेल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिना तथ्यों को जाने बयानबाजी कर रहे हैं। डबल इंजन की सरकार इस महत्वाकांक्षी योजना को और बेहतर बनायेगी। कांग्रेस इस योजना को लेकर तरह-तरह के झूठ फैलाकर प्रदेश की जनता को भ्रमित करने की नाकाम कोशिशों में जुटी है।

मिलेगी अतिरिक्त आर्थिक मदद व तकनीकी सुविधाएं
सांसद विजय बघेल ने कहा कि प्रदेश की बीजेपी सरकार स्वामी आत्मानंद इग्लिश मीडियम स्कूल के आगे पीएम श्री जोड़ रही है, ताकि नई शिक्षा नीति के तहत इन स्कूलों को केंद्र सरकार से और अधिक आर्थिक मदद मिल सके। योजना के तहत केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत देशभर के 14 हजार 500 सरकारी स्कूलों अपग्रेड करेगी। इन स्कूलों को पीएमश्री योजना के तहत अपग्रेड किया जायेगा। पहेल चरण में छत्तीसगढ़ के 211 स्कूलों का चयन किया गया है।

दूसरे चरण में 500 से ज्यादा स्कूलों का होगा चयन
दूसरे चरण में 500 से अधिक शालाओं का चयन होगा। इसमें एलीमेन्ट्री स्तर पर 193 और सेकेंडरी स्तर पर 18 स्कूल शामिल हैं। पीएमश्री योजना के पहले चरण में प्रत्येक शाला पर 2 करोड़ रुपए खर्च करके ‘हब एंड स्पोक’ मॉडल पर अपग्रेड किया जाएगा। इसका उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकार स्थानीय निकायों की ओर से प्रबंधित स्कूलों में से चयनित मौजूदा स्कूलों को मजबूत करना है। इसके लिए छत्तीसगढ़ में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य में प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएमश्री) योजना का शुभारंभ किया था।

प्रत्येक ब्लॉक में होगा एक पीएमश्री स्कूल
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक व्यापक पहुंच प्रदान करने के लिए प्रत्येक ब्लॉक में एक पीएमश्री स्कूल स्थापित करने की योजना है। पीएमश्री योजना हर स्कूलों के लिए पद्मश्री के समान होगा और हर स्कूलों में खुद को बेहतर बनने की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होगी। नई शिक्षा नीति में शिक्षकों स्तर को उठाने के कार्य होंगे। पीएमश्री योजना प्रवेश द्वार साबित होगी। योजना में शिक्षकों को अनुभवात्मक शिक्षा प्रदान करना और उन्हें शैक्षिक प्रणाली को बढ़ाने के लिए विविध उपकरणों से परिचित कराना शामिल है।  योजना में मापदंड पूरा करने पर देश का कोई भी स्कूल शामिल हो सकता है। चयनित होने पर स्कूल एक आधुनिक संस्थान में बदल जाएगा।