अब घर बैठे स्पर्म जांच का ट्रेंड बढ़ा : पुरुषों-महिलाओं की बांझपन दर बराबर,लाइफस्टाइल जिम्मेदार

औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद जिले में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या इसलिए कर दी कि क्योंकि शादी के 15 साल बाद भी बच्चा नहीं हो रहा था। पति इसके लिए पत्नी को ही जिम्मेदार मानकर उसे मारता-पीटता। मामला इसी साल फरवरी का है, जब पत्नी ने पति को खुद का इलाज कराने की सलाह दी तो पति भड़क गया और उसने पत्नी का गला दबाकर मार डाला।

औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद जिले में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या इसलिए कर दी कि क्योंकि शादी के 15 साल बाद भी बच्चा नहीं हो रहा था। पति इसके लिए पत्नी को ही जिम्मेदार मानकर उसे मारता-पीटता। मामला इसी साल फरवरी का है, जब पत्नी ने पति को खुद का इलाज कराने की सलाह दी तो पति भड़क गया और उसने पत्नी का गला दबाकर मार डाला।

यह तो समाज का एक पहलू है, अब समाज का दूसरा चेहरा भी देखते चलें।

दिल्ली के रमेश और राजश्री 2 साल से बच्चे के लिए कोशिश कर रहे थे। मगर, उन्हें कामयाबी नहीं मिली।

आखिरकार दंपती ने डॉक्टर की शरण ली। डॉक्टर ने जांच के बाद दोनों से कहा- रमेश जी आपकी पत्नी की ओवरीज बिल्कुल सही हैं, लेकिन हम आपके लिए थोड़ा चिंतित हैं, क्योंकि आपमें ज्यादा स्पर्म नहीं बन रहे। अगर आपने वक्त रहते स्पर्म की जांच कराई होती तो आपको पेरेंट्स बनने में मुश्किल नहीं होती।

पुरुषों का बांझपन क्या है

पुरुषों के बांझपन से मतलब है कि कोई पुरुष पिता बनने में सक्षम न हो। इसकी वजह है- स्पर्म की मात्रा, उसकी क्वॉलिटी और स्पर्म की लाइफ का कम होना।

  • खराब लाईफस्टाल
  • मोटापा
  • फास्टफूड
  • शराब-सिगरेट
  • ड्रग्स सॉना-बाथ
  • लैपटाप गोद में रखकर काम करना
  • जेब में मोबाइल रखना
  • देर से शादी

स्पर्म टेस्ट का मार्केट 6 साल में 29 हजार करोड़ रुपए का हो जाएगा

स्पर्म टेस्टिंग किट के जरिए घर पर ही स्पर्म की क्वॉलिटी चेक की जा सकती है। यह बिल्कुल प्रेग्नेंसी टेस्ट जैसा ही है। इसका चलन इन दिनों तेजी से बढ़ रहा है। ट्रांसपेरेंसी मार्केट रिसर्च के मुताबिक, 2020 में स्पर्म काउंट टेस्ट का मार्केट करीब 16 हजार करोड़ रुपए का था, जाे 2031 तक करीब 29 हजार करोड़ रुपए के पार हो जाएगा।