Phd entrance exam पीएचडी प्रवेश परीक्षा के लिए हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में एक हजार छात्र -छात्राओं ने किया आवेदन , परीक्षा 17 दिसंबर को


Phd entrance exam दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग में 17 दिसंबर को आयोजित होने वाले 19 विषयों में पीएचडी प्रवेश परीक्षा हेतु लगभग एक हजार ऑनलाईन आवेदन पत्र निर्धारित अंतिम तिथि तक प्राप्त हुए है। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि हिन्दी, अंग्रेजी, वाणिज्य, एजुकेशन, बायोटेक्नॉलाजी, माइक्रोबायोलॉजी, वनस्पति शास्त्र, प्राणीशास्त्र, रसायन, भौतिकी, गणित, इतिहास, राजनीतिशास्त्र, समाजशास्त्र, भूगोल, अर्थशास्त्र, होमसाइंस, भूगर्भशास्त्र एवं मनोविज्ञान विषय शामिल है।


Phd entrance exam डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि प्राप्त आवेदनों में से लगभग दो सौ से अधिक आवेदन ऐसे आवेदकों के है जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर की यूजीसी, सीएसआईआर, नेट / सेट परीक्षा उत्तीर्ण की है। ऐसे अभ्यार्थियों को पीएचडी प्रवेश परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य नहीं है ऐसे आवेदक प्रवेश परीक्षा से छूट वाली श्रेणी में आयेंगे। विश्वविद्यालय द्वारा साक्षात्कार आयोजित कर इनका प्रवेश पीएचडी हेतु शोधकेन्द्रों में विश्वविद्यालय द्वारा पीएचडी संबंधी अधिसूचना जारी करने के पश्चात् किया जायेगा। अन्य सभी आवेदकों को विश्वविद्यालय द्वारा जारी पीएचडी प्रवेश परीक्षा 2023 से संबंधित प्रवेश पत्र के आधार पर 17 दिसंबर को प्रातः 11 से 1:00 बजे तक आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में बैठना अनिवार्य होगा ।


Phd entrance exam डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि यूजीसी के नियमानुसार प्रत्येक विषय में कुल 100 अंक का वस्तुनिष्ठ प्रश्नों पर आधारित प्रश्नपत्र होगा। जिसमें 02 अंक वाले 50 प्रश्न परीक्षार्थी को हल करना होगा। इन 50 प्रश्नों में से 25 प्रश्न विद्यार्थी के संबंधित विषय से तथा 25 प्रश्न रिसर्च मैथोडोलॉजी पर आधारित होंगे। विद्यार्थी द्वारा प्राप्त अंकों को 70 अंकों में से परिवर्तित किया जायेगा तथा प्रावीण्यता के आधार पर साक्षात्कार हेतु बुलाये गये आवेदकों को साक्षात्कार हेतु 30 अंक आबंटित होंगे। लिखित एवं साक्षात्कार परीक्षा दोनों को मिलाकर प्रत्येक विषय में प्रावीण्य चयन सूची तैयार की जायेगी ।

Phd entrance exam विश्वविद्यालय में मान्यता प्राप्त शोधनिर्देशकों के पास उपलब्ध रिक्त स्थानों के आधार पर शोधार्थियों को प्रावीण्यता कम में पीएचडी हेतु प्रवेश दिया जायेगा। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में लगभग 60 प्राध्यापकों ने नये शोधनिर्देशक बनने हेतु विश्वविद्यालय में आवेदन किया है। जिसपर विश्वविद्यालय में 6 से 21 दिसंबर के मध्य में आयोजित होने वाली आरडीसी की बैठक में विचार किया जायेगा।