PM मोदी ने बजट को दूरगामी असर वाला बताया, बोले- नौजवानों को मिलेंगे मौके, आर्थिक विकास की बढ़ेगी रफ्तार


नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रिकॉर्ड लगातार सातवीं बार बजट-2024 पेश किया। वित्त मंत्री के 1 घंटे 23 मिनट के भाषण में कई घोषणाएं की। केंद्रीय बजट को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी अपनी राय दी है। पीएम मोदी ने बजट को दूरगामी असर बताने वाला करार देते हुए कहा कि इससे नौजवानों को मौके मिलने के साथ ही देश के आर्थिक विकास की रफ्तार बढ़ेगी। यह बजट 2047 में विकसित भारत के लक्ष्य की ओर मजूबत कदम बढ़ाने वाला है। साथ ही यह दलित, जनजाति, पिछड़ों को मजबूती देने वाला बजट है।

प्रधानमंत्री ने आम बजट को मिडिल क्लास को ताकत देने वाला बजट बताया। उन्होंने कहा कि यह बजट समाज के हर वर्ग को शक्ति देने वाला है। यह देश के गांव, गरीब, किसान को समृद्धि की राह पर ले जाने वाला है। पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। नौजवानों को अनगिनत नए अवसर देने वाला बजट है। इस बजट से शिक्षा और स्किल को नई ऊंचाइ मिलेगी।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, “ये जनजातीय समाज, दलित, पिछड़ों को सशक्त करने वाला बजट है. बजट में मैन्युफैक्चरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत ज्यादा फोकस किया गया है।” केंद्रीय बजट में बिहार में तीन एक्सप्रेसवे और बक्सर में गंगा नदी पर दो नए पुल बनाने के लिए 26 हजार करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव दिया गया है। इसी तरह से आंध्र प्रदेश को अमरावती को राजधानी के तौर पर तैयार करने के लिए भी केंद्र सरकार 15 हजार करोड़ रुपये देने वाली है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि रोजगार और स्वरोजगार के लिए अभूतपूर्व अवसर बढ़ाना हमारी सरकार की पहचान रही है। आज का बजट इसे और सुदृढ़ करता है। इस बजट में सरकार ने रोजगार से जुड़े प्रोत्साहन स्कीम की घोषणा की है, इससे देश में करोड़ो नए रोजगार बनेंगे। इससे जीवन में पहली नौकरी पाने वाली युवा की पहली सैलरी हमारी सरकार देगी। पीएम मोदी ने कहा कि कौशल विकास और उच्च शिक्षा के लिए मदद हो या फिर 1 करोड़ नौजवानों को इंटर्नशिप योजना से गांव, गरीब के नौजवान देश की टॉप कंपनियों में काम करेंगे। हमें हर शहर, हर गांव, हर घर उद्यमी बनाना है, इसी उद्देश्य से मुद्रा लोन की लिमिट को बढ़ाकर 10 लाख से 20 लाख किया गया है। पीएम ने कहा कि हम सब मिलकर भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाएंगे।