Politics : केंद्रीय फंड को लेकर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति


Politics रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार को केंद्र सरकार से मिलने वाले केंद्रांश की राशि को लेकर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति देखने को मिली एक तरफ भाजपा प्रदेश में तमाम योजनाएं केंद्र सरकार के पैसे से संचालित होने का आरोप लगाती है तो दूसरी ओर कांग्रेस सरकार तमाम आंकड़े पेश कर केंद्र सरकार के द्वारा भेजी जाने वाली राशि का ब्यौरा पेश करते हैं !

Politics जिसमें कांग्रेस का आरोप है कि जितने राशि लेती है उससे आधा वापस करती है कल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस आंकड़े जारी कर सरकार भाजपा को तंज कसते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को केंद्र का अहसान नहीं चाहिए जितनी राशि ले रहे हैं उससे आधी राशि हमको मिल रहा है और हमको केंद्र से राशि लेना बाकी है। आर्थिक विशेषज्ञों से जुटाए आंकड़े के अनुसार बीते 5 सालों में मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ से 4 लाख 61 हजार करोड़ रुपए से अधिक वसूले है जिसमें से छत्तीसगढ़ के हिस्से की 55 हजार करोड़ रुपए अभी भी बकाया है | सालाना 92 हजार करोड़ रुपए से अधिक छत्तीसगढ़ से वसूलते है औसत सालाना 27 हजार करोड़ ही केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ को देती है भाजपा के नेता एहसान जताना बंद करें | राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने पर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला का बयान नफरत की बाजार में मोहब्बत की जीत हुई है सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं |

वही कांग्रेस द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाए गए आरोप को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने पलटवार करते हुए कहा कि कुछ कांग्रेसी रेल टिकट को भी जोड़े हैं उसमें..यह इनका दिमागी दिवालियापन है !

अपनी असफलता छिपाने के लिए उल जुलुल वक्तव्य दे रहे है छत्तीसगढ़ को पैसा क्यों चाहिए शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार कर सकते हैं सरकार को पैसे की क्या जरूरत है !