2000 का नोट बदलने का प्रोसेस शुरू, फॉर्म भरने या ID दिखाने की जरूरत नहीं, इस तरीख तक करें जमा…

नई दिल्ली। देश के सभी बैंकों और भारतीय रिजर्व बैंक की 19 क्षेत्रीय शाखाओं में आज यानी मंगलवार से दो हजार रुपये के नोट बदले जा रहे हैं। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, लोगों के पास चार महीने का वक्त है। आराम से बैंक जाएं और नोट बदलें। घबराने की जरूरत नहीं है। बैंकों के पास पर्याप्त पैसा है। दास ने कहा, बैंकों की शाखाओं में भीड़ लगने की आशंका नहीं है।

नई दिल्ली। देश के सभी बैंकों और भारतीय रिजर्व बैंक की 19 क्षेत्रीय शाखाओं में आज यानी मंगलवार से दो हजार रुपये के नोट बदले जा रहे हैं। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, लोगों के पास चार महीने का वक्त है। आराम से बैंक जाएं और नोट बदलें। घबराने की जरूरत नहीं है। बैंकों के पास पर्याप्त पैसा है। दास ने कहा, बैंकों की शाखाओं में भीड़ लगने की आशंका नहीं है। नोट बदलवाने के लिए जल्दबाजी की जरूरत नहीं है। उन्होंने लोगों से भी आग्रह किया कि भीड़ न लगाएं। दास ने स्पष्ट किया, कारोबारी समेत कोई भी संस्थान दो हजार का नोट लेने से इन्कार नहीं कर सकता।

2000 के नोट को चलन से बाहर करने के फैसले के बाद आरबीआई गवर्नर दास ने पहली बार कहा, जिन लोगों के पास बैंक खाता नहीं है, पर 2000 का नोट है, उनके लिए भी सबकी तरह नोट बदलने की प्रक्रिया लागू होगी। दास ने कहा, लोग आश्वस्त रहें, पर्याप्त संख्या में मुद्रित नोट उपलब्ध हैं। आरबीआई और बैंकों के करेंसी चेस्ट में पर्याप्त पैसा है।

प्रभावित नहीं होंगी आर्थिक गतिविधियां
लेन-देन में 2000 का नोट शायद ही इस्तेमाल हो रहा है। यह नोट प्रचलन में कुल मुद्रा का केवल 10.8% हैं। इसलिए, इसे वापस लेने से आर्थिक गतिविधियां प्रभावित नहीं होंगी। –शक्तिकांत दास, गवर्नर, रिजर्व बैंक

आगे क्या होगा…30 सितंबर को ही करेंगे फैसला
आरबीआई गवर्नर दास ने कहा, नोट बदलने की समय सीमा 30 सितंबर इसलिए तय की है, ताकि इसे गंभीरता से लिया जा सके। वरना जमा करने या बदलने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती। दास ने कहा, 30 सितंबर के बाद क्या होगा, इस पर अभी कोई जवाब नहीं दे सकता। इस दौरान अधिकांश नोट वापस आने की उम्मीद है। आगे का फैसला 30 सितंबर को ही करेंगे।

दो हजार के नोटाें का मकसद पूरा : दास ने कहा, 2000 का नोट लाने का उद्देश्य पूरा हो गया है। तब मुद्रा की कमी पूरा करने के लिए इसे लाए थे। सिस्टम में पर्याप्त रकम हो गई, तो 2018-19 से इनकी छपाई बंद कर दी गई।
पहले भी हुई थी वापसी : स्वच्छ नोट नीति के तहत आरबीआई नोटों को वापस लेता रहता है। 2013-14 में भी 2005 से पहले के छपे नोट वापस लिए गए थे।
छाया-पानी का रहे इंतजाम…आरबीआई ने बैंकों को निर्देश दिए हैं कि गर्मी को देखते हुए नोट बदलवाने आने वाले उपभोक्ताओं के लिए छाया व पानी का पूरा इंतजाम करें। साथ ही, नोटाें का रोजाना हिसाब रखें।

कालाधन सिस्टम में फिर आएगा?
दास ने कहा, खाते में पैसे जमा करने या नकद विनिमय की एक तय प्रक्रिया है। हम अतिरिक्त प्रक्रिया लेकर नहीं आए हैं। 50 हजार से अधिक नकद जमा करने पर पहले की तरह ही पैन दिखाना होगा। एक हजार का नोट जारी करने के संबंध में दास ने कहा कि यह बस अटकलबाजी है। फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।