Raipur Breaking : ईडी पर भाजपा के राजनीतिक उद्देश्यों के लिए काम करने का आरोप


Raipur Breaking : रायपुर !  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने ईडी पर भाजपा के राजनीतिक उद्देश्यों के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि महादेव एप पर उसने भाजपा की स्किप्ट के अनुसार रिलीज जारी कर चुनाव में मीडिया का ध्यान भटकाने की भाजपा की साजिश को सफल बना दिया।


Raipur Breaking : श्री वर्मा ने आज यहां प्रेस कान्फ्रेन्स में कहा कि महादेव एप मामले में पिछले वर्ष सबसे पहले छत्तीसगढ़ पुलिस ने जांच शुरू की,72 मामले दर्ज किए गए,449 लोगो को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने 191 लैपटाप 865 मोबाइल और डेढ़ करोड़ रूपए की सम्पत्ति बरामद की। छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर ही ईडी ने मामला दर्ज किया।


उन्होने कहा कि पिछले वर्ष 12 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गूगल को महादेव एप को प्ले स्टोर से हटाने के लिए पत्र लिखा। इसके साथ ही एप के संचालकों रवि उप्पल और सौरभ चन्द्राकर के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी करवाया। ईडी ने अदालत में पेश किए गए अपने साढ़े आठ हजार पेज के आरोप पत्र में भी रवि उप्पल और सौरभ चन्द्राकर को ही संचालक बताया है,लेकिन चुनाव के मौके पर अचानक शुभम सोनी इसके मालिक होकर अवतरित हो गए। उसने वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रूपए देने का बयान दिया।


Raipur Breaking : श्री वर्मा ने कहा कि ईडी ने भाजपा की स्किप्ट के अनुसार रिलीज जारी की और उसमें 508 करोड़ का बयान देने का उल्लेख करते हुए यह भी लिखा कि यह बयान जांच का विषय है। ईडी की रिलीज आते ही रायपुर में तुरंत भाजपा के तीन नेताओं ने प्रेस कान्फ्रेन्स कर शुभम सोनी का वीडियो बयान मीडिया से शेयर किया। इसके बाद से मीडिया को खासकर टीवी चैनलों को मसाला मिल गया और चुनाव के बीच में मीडिया में मुद्दों पर चर्चा पर ध्यान हटाने की भाजपा की कोशिश भी सफल हो गई।


Raipur Breaking : उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार ने एप पर पाबन्दी लगाने की बात की है लेकिन एक चैनल ने उजागर किया है कि एप आज भी चालू है और उसकी लिंक उपलब्ध है। उन्होने यह भी कहा कि केन्द्र ने इतनी भी सुचिता नही दिखाई कि पाबंदी के आदेश में ईडी की ही नही बल्कि छत्तीसगढ़ पुलिस की सिफारिश का भी उल्लेख किया गया होता। उन्होने कहा कि एप के संचालकों के भाजपा के तमाम नेताओं के साथ फोटो है उनसे ईडी क्यों पूछताछ नही करती। अगर एक कथित बयान पर जिसकी न तो पुष्टि हुई और न ही कोई सुबूत है फिर भी रिलीज में मुख्यमंत्री के नाम का उल्लेख है और जिनकी साथ में फोटो है,उन पर ईडी चुप्पी साधे है। उन्होने कहा कि जिस कार से रायपुर में ईडी ने नगदी बरामद की है वह वरिष्ठ भाजपा नेता के भाई के नाम पर पंजीकृत है,उनसे कब पूछताछ होंगी।


श्री वर्मा ने कहा कि भाजपा नेताओं ने प्रेस कान्फ्रेन्स में उनके नाम का भी उल्लेख किया था इस कारण उन्होने तीन भाजपा नेताओं को आपराधिक मानहानि का कानूनी नोटिस कल भेजी है,अगर उन्होने सार्वजनिक रूप से खेद नही व्यक्त किया तो वह उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवायेंगे।