Rolling Block System : रेल रखरखाव व मरम्मत के लिए बेहतर सिस्टम… जानिए कैसे करता है काम


रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत रेल लाइनों के मरम्मत एवं रखरखाव के लिए रोलिंग ब्लॉक सिस्टम अपनाया गया है । इस सिस्टम में रेल रखरखाव व मरम्मत के लिए विभिन्न संबन्धित विभागों द्वारा एक सप्ताह पहले ही ब्लॉक की योजना बनाई जाती है, जिससे समय पर एवं तीव्र गति से यह कार्य संपादित किया जाता है। इससे न केवल रखरखाव एवं मरम्मत कार्य समय पर सम्पन्न किया जाता है बल्कि इसका बेहतर प्रबंधन भी किया जाता है।

बता दें भारतीय रेलवे 66 हजार से भी अधिक मार्ग किलोमीटर के साथ एकल प्रबंधन के तहत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा रेलतंत्र है। रेल लाइनों के मेंटेनेंस में मुख्य रूप से रेल लाइनों की लाइनिंग, लेवलिंग एवं अलाइनमेंट बहुत ही महत्वपूर्ण है इसके साथ ही साथ रेल लाइनों के नीचे बिछा हुआ गिट्टी या बैलास्ट लाइनों के लिए कुशन का कार्य करती है तथा रेल लाइनों के ऊपर पड़ने वाली गाड़ियों के भार को सही मात्रा में बांटकर  रेल यात्रियों के आरामदायक यात्रा को सुनिश्चित करने में मदद करती है। इसके अतिरिक्त रेल लाइनों में और भी कई प्रकार के मेंटेनेंस जैसे पुराने रेलो को बदलने, प्वाइंट एंड क्रासिंग के रखरखाव तथा रेलवे पूलो आदि की भी मरम्मत एवं रखरखाव जैसी महत्वपूर्ण कार्यों की आवश्यकता को पूरी करने हेतु ट्रैफिक ब्लाक की आवश्यकता होती है। इसके अतिरिक्त विद्युतीकृत रेल लाइनों के ऊपर गुजरने वाली ओएचई विद्युत लाइनों का मेंटेनेंस रेलवे के विद्युत ट्रैकशन विभाग के द्वारा ब्लाक लेकर किया जाता है तथा सिग्नल एवं आटोमेटिक प्वाइंट एवं क्रासिंग तथा सिग्नल एवं दूरसंचार से संबंधित अन्य उपकरणो की मरम्मत एवं रखरखाव के लिए ब्लाक की आवश्यकता होती है।

26 सप्ताह का रोलिंग ब्लॉक पूरा
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में 26 सप्ताह का रोलिंग ब्लॉक पूरा किया जा चुका है, जिसमें इंजीनीरींग के 23000 घंटे से अधिक के कार्य पूरे किए गए, वहीं ओवर हैड ईक्विपमेंट के 6500 घंटे से अधिक के कार्य तथा सिग्नल एवं टेलीकॉम से संबन्धित 27000 घंटे से अधिक के मरम्मत एवं रखरखाव के कार्य किए गए। इन ब्लाक आवर के दौरान दिन हो या रात, सर्दी, धूप  हो या फिर बरसात कभी भी रेल कर्मचारी ब्लाक में मिले समय का सदुपयोग करते हुए संरक्षित रेल परिचालन के लिए कार्य समापन्न किया गया। इसके साथ ही साथ इन्हीं ब्लाक आवर  में रेलवे लाइनों पर ट्रैको के मेंटेनेंस करनेवाली मशीनों से भी कार्य लिया जाता है। रेल लाइनों पर जितना जरूरी रेलों का परिचालन, गाड़ियों का समय से चलना है। उतना ही जरूरी रेल परिचालन में संरक्षा को सुनिश्चित करना भी है। हमारे लाखो करोड़ों रेल यात्रियों के विश्वास और भरोसे पर खरा उतरने के लिए जरूरी है कि हमारे यात्रियों के ट्रेनों पर चढ़ने से लेकर उनके गंतव्य तक पहुँचने तक भारतीय रेलवे की विश्वसनीय एवं भरोसे की मुस्कान हमारे रेल यात्रियों के चेहरे पर लगातार बनी रहे।