गोहत्या के विरेाध में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का सांकेतिक धरना, कहा- सरकार बनाए कानून


भिलाई। गोहत्या के विरोध व गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने उत्तराम्नाय ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ‘1008’ ने रविववार को रविवार को छावनी चौक पर धरना प्रदर्शन किया। 10 मार्च को सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर 10 मिनट के लिए दी गई यह सांकेतक धरना का उद्देश्य सरकार को गोहत्या के खिलाफ कड़ा कानून बनाने की ओर ध्यान दिलाना है। इस मौके पर भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव, महापौर नीरज पाल और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता धर्मेन्द्र यादव भी मौजूद रहे। धरना प्रदर्शन के बाद भिलाई निगम के महापौर ने छावनी चौक का नाम गोमाता चौक करने की भी घोषणा की।

बता दें शंकराचार्य महाराज ने 10 मार्च को सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर 10 मिनट के लिए अपने अपने स्थानों पर रहते हुए भारत बंद का आह्वान किया है। जिसे लेकर पूरे भारत के गौभक्त अपने-अपने स्तर पर अहिंसक रूप से 10 मिनट सड़क पर उतरकर भारत बंद का समर्थन करेंगे। प्रत्येक सनातनी गौमाता के लिए 10 मिनट के लिए अपने-अपने घरों से निकलकर कहेंगे “दस दस दस, गोहत्या बस”। इसी कड़ी में ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने 10 मार्च को भिलाई शहर में छावनी चौक नन्दनी रोड पर 10 मिनट का धरना प्रदर्शन किया।

सरकार बनाए कानून, तभी रुकेगी गोहत्या
10 मिनट के प्रदर्शन के दौरान शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि गोहत्या रोकने के लिए सरकार को कड़ा कानून बनाना चाहिए। देश की आजादी के 75 सालों में गोहत्या रोकने कोई कड़ा कानून नहीं बन पाया। पिछले 70 सालों में जो नहीं हुआ उसे आज की सरकार को करना चाहिए। अयोध्या में भगवान राम आ गए हैं तो गोहत्या भी रुकनी चाहिए। इसी उद्देश्य के लिए यह धरना प्रदर्शन है और सरकार को इस ओर गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए। जो लोग गोमाता को भक्षण के लिए मार रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि सरकार गोमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दे यह हमारी मांग है।