NEET मामले में टेरर फंडिंग का शक, महाराष्ट्र में एक हिरासत में


नई दिल्ली। NEET पेपर लीक मामले में टेरर फंडिंग का शक है। महाराष्ट्र में नांदेड़ की एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने इस मामले में 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। इनमें से एक को रविवार रात लातूर से हिरासत में लिया गया है। इससे पहले ATS ने रविवार को लातूर में दो टीचर संजय तुकाराम जाधव और जलील उमरखां पठान को हिरासत में लेकर लंबी पूछताछ की थी। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इनमें से जलील को देर रात फिर से हिरासत में ले लिया गया।

NEET परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर NSUI के सदस्‍यों ने दोपहर 1 बजे दिल्‍ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकरियों ने संसद घेरने के प्रयास में पुलिस बैरिकेड तोड़ने की भी कोशिश की। प्रदर्शन में परीक्षा रद्द करने और शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्‍तीफे की मांग की गई। सुरक्षाबलों ने बैरिकेड कूदने वाले प्रदर्शन‍कारियों को हिरासत में लिया और फिलहाल प्रदर्शन खत्‍म कर दिया है।

इससे पहले आज सोमवार को NEET UG मामले की जांच ED को सौंपने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने कोई आदेश नहीं दिया। जस्टिस एएस ओका और जस्टिस राजेश बिंदल की वेकेशन बेंच ने कहा कि मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को होने दें। अभी कोई जल्दबाजी नहीं है। यह सुनवाई 10 जून को सुप्रीम कोर्ट में दायर शिवानी मिश्रा समेत 10 शिकायतकर्ताओं की याचिका पर ही थी। एडवोकेट मैथ्‍यूज नेदुम्‍परा ने एग्जाम में गड़बड़ियों की जांच ED को सौंपने और दोषियों पर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई किए जाने की अपील की थी।

सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका सोमवार को दायर की गई जिसे आर्टिकल 32 के तहत रिट पिटीशन के तौर पर दखिल किया गया। दरअसल, संवैधानिक अधिकारों के हनन के मामले में शिकायत आर्टिकल 32 के तहत रिट पिटीशन के तौर पर दाखिल की जाती है। जस्टिस मनोज मिश्रा और एसवीएन भट्टी की बेंच ने याचिकाकर्ता से सवाल किया कि ये आर्टिकल 32 के तहत रिट पिटीशन कैसे है? याचिका में NEET UG एग्जाम में OMR शीट से छेड़छाड़ में NTA की भूमिका की जांच CBI और ED को सौंपने की मांग की गई थी। इस मामलों को भी 8 जुलाई को सुनवाई के लिए लिस्‍ट कर लिया गया।