विधानसभा में गूंजा महादेव सट्टा ऐप का मामला, विधायक रिकेश ने कहा- महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ के बाराती भिलाई में खुलेआम घूम रहे


भिलाई। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन महादेव सट्टा एप का मामला जमकर गूंजा है। विधायक रिकेश सेन, राजेश मूणत ने महादेव सट्टा ऐप मामले में दोषियों पर कार्रवाई का मुद्दा उठाया है। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने कहा कि भिलाई-दुर्ग क्षेत्र के 20 हजार से ज्यादा लोग इस मामले में जुड़े हैं, अधिकारी और पुलिस विभाग के लोग जुड़े हैं लेकिन सिर्फ 90 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। महादेव ऐप के सभी आरोपी और बाराती आज भी भिलाई में खुलेआम घूम रहे हैं। ऐसे में कैसे कार्रवाई होगी?

वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने कहा कि जो भिलाई खेल और शिक्षाधानी के रूप में जाना जाता था, अब महादेव के रूप में पहचाना जाने लगा है। मेरा मूल प्रश्न यही है कि मेरी विधानसभा से बीस हजार से अधिक युवा इसमें संलिप्त है लेकिन इनके साथ कई प्रशासनिक अधिकारी भी महादेव ऐप के संरक्षक थे और उन्होंने खुद भी आईडी संचालन किया है। दुर्ग जिले में पिछले पांच वर्षों में लगातार ऐसे लोगों की पोस्टिंग रही है। पुलिस प्रशासन के लोगों के पास खुद के पास महादेव आईडी है, अधिकारियों के पास, राजनैतिक दल के अलग अलग नेताओं के पास महादेव आईडी है लेकिन आज तक केवल 90 छोटी मछलियों पर कार्रवाई कर उन्हें भी मुचलका कर छोड़ दिया गया।

विधायक रिकेश सेन ने कहा इसमें सहयोग करने वाले राजनीतिक लोगों और पुलिस अफसरों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और बताया गया कि तात्कालीन मुख्यमंत्री का भी इनको संरक्षण था। इसलिए अध्यक्ष महोदय महादेव ऐप के सौरभ चंद्राकर की शादी में जो अफसर और लोग बाराती बने थे उन पर भी कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई है। गृह मंत्री ने कहा बारातियों की लिस्टिंग हो रही है जबकि नेशनल मीडिया में सारी लिस्ट आ चुकी थी। महादेव ऐप के सभी आरोपी और बाराती आज भी भिलाई में खुलेआम घूम घूम रहे हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है और जो एडिशनल एसपी जिले में पोस्टिंग होकर, जो एसपी और आईजी खुद महादेव आईडी की प्रोटेक्शन मनी लेकर खुद भी आईडी चलाते रहे उन पर क्या कार्रवाई होगी?

गृह मंत्री विजय शर्मा ने दिया जवाब
गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि सदस्य की चिंता वाजिब है, कानून कड़ा होना चाहिए और कानून की नजर में कोई छोटा या बड़ा हरगिज नहीं होना चाहिए। वैसे गिरफ्तारी के संदर्भ में उनके आंकड़े को मैं दुरुस्त कर दूं कि 482 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं, जिन अधिकारियों के संदर्भ में चर्चा है, ईडी के चालान के संदर्भ में लेने या सोशल मीडिया पर यह मीडिया पर प्रचलित सारे विषयों को लेकर के जो बात चल रही है, प्रमाणिकता की बात है एक बार प्रमाणित होने के बाद सदस्यों को इस विषय पर कार्यवाहियां होती दिखेंगी, उनको चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी।

आरोपियों पर होनी चाहिए बुलडोजर कार्रवाई
विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि गृहमंत्री को उत्तर प्रदेश जाकर योगीजी से बुलडोजर कार्रवाई की जानकारी लेनी चाहिये। चार-पांच लोगों का घर बुलडोजर से गिरवाईये, तो सब ठीक हो जायेगा। कितना नियम कायदों में चलोगे। यहां अब बुलडोजर टाइप कार्रवाई की जरूरत है। गृह मंत्री ने कहा ये मामला काफी संवेदनशील है। इस मामले में केंद्रीय एजेंसी जांच कर रही है। उन्होंने चालान पेश कर दिया है। एक बार जांच पूरी हो गयी, तो कार्रवाई होती दिखेगी।

राजेश मूणत ने भी उठाया सवाल
राजेश मूणत ने भी महादेव सट्टा ऐप मामले में दोषियों पर कार्रवाई का मुद्दा उठाया। मूणत ने कहा कि महादेव सट्टा ऐप व अन्य सट्टा ऐप के संबंध में कब कब और क्या-क्या शिकायत की गई है? यह भी पूछा कि इस पर क्या-क्या कार्रवाई की गई है? उन्होंने कहा कि इस मामले में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लोग शमिल है, ये काफी संवेदनशील मामला है। दुबई से इसका संचालन चल हो रहा है। जवाब में गृह मंत्री विजय शर्मा ने बताया कि महादेव सट्टा ऐप की कुल 28 शिकायत प्राप्त हुई है, 90 अपराध पंजीकृत किए गए हैं। राजेश मूणत ने कहा कि जांच कैसे होगी? जब वही अधिकारी हैं, वही पुलिसकर्मी हैं, तो जांच कौन करेगा? सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो, जांच भले ही विधानसभा की कमेटी से करा ली जाये या फिर अन्य कमेटी से लेकिन मामले में गंभीरता से जांच की जरूरत है। गृह मंत्री ने कहा कि कोई भी मछली या मगरमच्छ हो सब पकड़े जाएंगे। विधायक ने पूछा कि क्या सीबीआई से जांच कराएंगे?