Breaking News : विष्णुदेव साय बने छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री, विधायक दल की बैठक के बाद ऐलान


रायपुर। छत्तीसगढ़ को नया सीएम मिल गया है। रविवार को रायपुर में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद सीएम को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया। विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के सीएम बन गए हैं। विधायक दल की बैठक के बाद पर्यवेक्षकों ने सीएम के नाम का ऐलान किया है। इसके साथ ही सप्ताह भर का इंतजार खत्म हो गया है।

बता दें छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी ने 54 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया है। चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ में सीएम को लेकर निर्णय रुका रहा। कई दावेदारों के बी केन्द्रीय नेतृत्व ने आब्जर्वर नियुक्त किए। छत्तीसगढ़ के लिए चुने गए आब्जर्वर अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल तथा दुष्यंत गौतम ने रविवार को भाजपा विधायक दल की बैठक ली। बैठक होने के बाद सीएम के नाम का ऐलान कर दिया गया।

नवनिर्वाचित बीजेपी विधायक दल की बैठक रायपुर में हुई। बैठक में बीजेपी के तीनों पर्यवेक्षकों अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और दुष्यंत कुमार ने सभी जीतकर आए बीजेपी विधायकों से अलग अलग से बात की। विधायकों से उनकी राय भी पर्यवेक्षकों ने मांगी। बीजेपी के टिकट पर जीतकर आए सभी विधायकों ने पार्टी पर्यवेक्षकों के सामने अपनी अपनी राय भी सीएम के नाम को लेकर रखा। बीजेपी विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम को लेकर चल रही रायशुमारी के दौरान बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और चुनाव सह प्रभारी नितिन नवीन भी मौजूद रहे। लंबी बैठक के बाद विष्णुदेव साय के नाम पर सहमति बनी।

कुनकुरी से विधायक हैं विष्णुदेव साय

विष्णुदेव राय छत्तीसगढ़ की कुनकुरी इलाके के कांसाबेल से लगे बगिया गांव के रहने वाले मूलत: किसान हैं। राज्य में आदिवासी समुराय की आबादी सबसे अधिक है और वे इसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनकी गिनती रमन सिंह के करीबी लोगों में होती है। 1989 में अपने गांव बगिया से पंच पद से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले विष्णुदेव साय 1990 में निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए थे। इसके बाद तपकरा से विधायक चुनकर 1990 से 1998 तक वे मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। इसके बाद 1999 में वे 13 वीं लोकसभा के लिए रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए। इसके बाद भाजपा ने उन्हें 2006 में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद 2009 में 15 वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से फिर से सांसद बने। इसके बाद 2014 में 16 वीं लोकसभा के लिए वे फिर से रायगढ़ से सांसद बने। इस बार केंद्र में मोदी की सरकार ने उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री, इस्पात खान, श्रम, रोजगार मंत्रालय बनाया। वे 27 मई 2014 से 2019 तक इस पद पर रहे। पार्टी ने 2 दिसंबर 2022 को उन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया। इसके बाद विष्णुदेव साय 8 जुलाई 2023 को भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य बनाया। विष्णुदेव साय 2020 में भी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। संघ के करीबी नेताओं में उनकी गिनती होती है। विष्णुदेव साय की इसी मजबूत प्रोफाइल की वजह से उन्हें पार्टी ने सबसे बड़ा पद दिया है।