Physical Address
304 North Cardinal St.
Dorchester Center, MA 02124
भिलाई। छत्तीसगढ़ लघु उद्योग भारती ने रुंगटा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी भिलाई में महिला उद्यामिता प्रोत्साहन का कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में लघु उद्योग भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री प्रकाश चंद्र व विशिष्ठ अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन उपस्थित रहे। ओम प्रकाश सिंघानिया जी की अध्यक्षता में हुऐ इस कार्यक्रम में, लगभग 300 बहनों की भागीदारी रही, उन्होंने अपने स्वागत भाषण में लघु उद्योग भारती की भविष्य की योजनाओं के विषय में जानकारी दी।
कार्यक्रम के मुख्यअथिति प्रकाश चंद्र ने अपने उद्बोधन में भारत के इतिहास में उद्योगों की भूमिका के विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि विकसित भारत का स्वप्न, उद्योगों के माध्यम से ही साकार हो सकेगा। महामंत्री सीपी दुबे जी ने, मंच से,उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन जी से उद्योमियों के हितार्थ कुछ मांगों को प्रस्तुत किया, जिनमें से मुख्य रूप से एमएसएमई के लिए एक अलग मंत्रालय का गठन करना है, उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि जिस तरह एमएसएमई के लिए केन्द्र में अलग मंत्रालय है, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश जैसे प्रान्तों में अलग मंत्रालय है, उसी तरह छत्तीसगढ़ में भी एक अलग मंत्रालय का गठन किया जाना चाहिए।
उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने इनकी मांगों पर अपनी सहमति जताई है और कहा कि उद्यमियों ने यहां जितनी भी मांगें रखीं है, हम उससे अधिक करने का प्रयास करेंगे। उद्योगमंत्री के सहमति पर कार्यक्रम में उपस्थित महिला उद्यमियों ने करतल ध्वनि से आभार जताया। उद्यमी महिलाओं ने इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में लघु उद्योग भारती के अखिल भारतीय, पूर्व अध्यक्ष वजू भाई वगासिया, अखिल भारतीय कोषाध्यक्ष समीर मूंदड़ा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस दौरान प्रमुख रूप से गीता वर्मा (प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य), सरोजिनी पाणिग्रही (सुपेला महिला ईकाई),रश्मि वर्मा (भिलाई महिला ईकाई) ने अब तक किए गए अपने कार्यों का ब्यौरा दिया। कार्यक्रम का संचालन तूलिका पाण्डे जी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सत्यनारायण अग्रवाल, गोपाल कृष्ण अग्रवाल, पुरुषोत्तम पटेल, दीपक उपाध्याय, उमेश चितलंघिया, ईश्वर पटेल, टीना सतपुते, युगबोध अग्रवाल, विजय अग्रवाल, स्मिता दोडके आदि उपस्थित रहे।