गणतंत्र दिवस परेड: यहां की झांकियों को शामिल न करने पर विवाद, रक्षा मंत्रालय ने बताई वजह


नई दिल्ली (एजेंसी)। गणतंत्र दिवस परेड की तैयारियां शुरू हो गई है। कड़ाके की ठंड में दिल्ली के कर्तव्य पथ पर जवानों को 26 जनवरी में होने वाले परेड की तैयारी करते हुए देखा गया। हर बार परेड के दौरान राज्यों की झांकियां निकाली जाती हैं। ऐसे में इस बार झांकियों को लेकर काफी बवाल मच गया है। कहा जा रहा था कि पंजाब और दिल्ली के बाद केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस परेड के लिए पंश्चिम बंगाल सरकार की ओर से प्रस्तावित झांकी को खारिज कर दिया है। इस खबर के सामने आने के बाद सियासी घमासान मचा हुआ है।

रक्षा मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट में इस शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की जा रही है कि ‘मान ने गणतंत्र दिवस परेड के लिए पंजाब की झांकी को शामिल नहीं करने के लिए केंद्र पर हमला कियाÓ। इस रिपोर्ट से यह समझा जा सकता है कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल भी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के लिए पंजाब की झांकी शामिल नहीं की जाएगी। केंद्र ने पंजाब के साथ भेदभाव किया है। पंजाब और दिल्ली दोनों की झांकियों का चयन नहीं किया गया है। इतना ही नहीं एक और खबर छापी गई है, जिसमें कहा गया है कि केंद्र ने आठ वर्षों में तीसरी बार दीदी की पसंदीदा परियोजना (कन्याश्री प्रकल्पा) पर बंगाल की गणतंत्र दिवस झांकी को खारिज कर दिया है।

झांकियों के चयन के लिए एक प्रणाली स्थापित है
सूत्रों ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के लिए झांकियों के चयन के लिए एक अच्छी तरह से स्थापित प्रणाली है, जिसके अनुसार रक्षा मंत्रालय सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय मंत्रालयों / विभागों से झांकी के लिए प्रस्ताव आमंत्रित करता है। विभिन्न राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों और केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों से प्राप्त झांकी प्रस्तावों का मूल्यांकन झांकियों के चयन हेतु विशेषज्ञ समिति की बैठकों की श्रृंखला में किया जाता है। इसमें कला, संस्कृति, चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, वास्तुकला, कोरियोग्राफी आदि के क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होते हैं।

झांकियों की शॉर्टलिस्टिंग की जाती है
आगे कहा कि विशेषज्ञ समिति अपनी सिफारिशें करने से पहले विषय, अवधारणा, डिजाइन और इसके दृश्य प्रभाव के आधार पर प्रस्तावों की जांच करती है। परेड की समग्र अवधि में झांकियों के लिए आवंटित समय के कारण, विशेषज्ञ समिति द्वारा झांकियों की शॉर्टलिस्टिंग की जाती है, जिससे परेड में सर्वश्रेष्ठ झांकियों की भागीदारी होती है।

30 में से 15 ही राज्य चुने जाते हैं
सूत्रों ने कहा कि 2024 की गणतंत्र दिवस परेड के लिए पंजाब और पश्चिम बंगाल राज्य सहित 30 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने परेड में भाग लेने की इच्छा दिखाई थी। इनमें से केवल 15-16 राज्यों /केंद्र शासित प्रदेशों को गणतंत्र दिवस परेड 2024 में अपनी झांकी प्रस्तुत करने के लिए अंतिम रूप से चुना जाएगा।